उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में रेडलाइट एरिया में बेची जा रही रांची की एक नाबालिग लड़की को पुलिस ने मुक्त करा लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने कसिया नाम के बाजार से कई अन्य लड़कियों को भी मुक्त कराया है, जो देह के धंधे में धकेले जाने के लिए कैद में रखी गई थीं। लड़कियों को रेस्क्यू करने के इस काम को उत्तर प्रदेश पुलिस और झारखंड पुलिस ने मिलकर किया है। आरोपी के चंगुल से छुड़ाई गई लड़की झारखंड की राजधानी रांची के सुखदेवनगर इलाके से धोखे से कुशीनगर लाई गई थी।रिपोर्ट्स के मुताबिक, लड़की के पिता ने 13 अगस्त को अपनी बेटी के लापता होने की FIR दर्ज कराई थी।
उन्होंने बेटी के गायब होने के केस में अपने पड़ोस में रहने वाले ज्वाला प्रसाद उर्फ अभय कुमार पर संदेह जताया था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर कमरे में बंद कर रखी गई लड़की को भी बरामद कर लिया। बताया जा रहा है कि कुशीनगर के कासिया बाजार में जिस जगह से लड़की को मुक्त कराया गया है, वहां कई अन्य लड़कियां भी कैद करके रखी गई थीं।झारखंड से गई पुलिस टीम के साथ यूपी पुलिस की टीम ने अन्य लड़कियों को भी मुक्त कराया है। रांची की लड़की को रेडलाइट एरिया में बेचने की तैयारी चल रही थी। ज्वाला प्रसाद ने उसे जिस्मफरोशी के धंधे से जुड़ी महिला दलाल के हाथों में सौंप दिया था। रांची के सुखदेवनगर के थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि लड़की को गलत हाथों में जाने के पहले ही सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया है। फिलहाल महिला दलाल यूपी पुलिस की हिरासत में है और उससे भी पूछताछ की जा रही है।