केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार (28 जून) को बताया कि पाकिस्तान के साथ भारत के संबंध सामान्य क्यों नहीं हो सकते हैं. विदेश मंत्री ने आतंकवाद के मुद्दे का जिक्र किया और इसे लेकर पाकिस्तान को एक बार दो टूक जवाब दिया. केंद्रीय मंत्री जयशंकर ने कहा, ”हम आतंकवाद को सामान्य नहीं होने दे सकते, हम उसे पाकिस्तान के साथ चर्चा का आधार नहीं बनने दे सकते.” इसी के साथ विदेश मंत्री ने कहा, ”पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से आतंकवाद की नीति के रहते हुए सामान्य संबंध होना संभव नहीं है.”बता दें कि पिछले महीने (4 और 5 मई को) गोवा में शंघाई सहयोग संगठन समूह में शामिल देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की तीखी आलोचना की थी।
इस बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी हिस्सा लिया था. बिलावल ने परोक्ष रूप से भारत पर आरोप लगाते हुए कहा था कि राजनयिक लाभ के लिए आतंक को हथियार बनाने के चक्कर में नहीं रहना चाहिए.बिलावल के बयान पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दो टूक कहा था कि आतंकवाद के पीड़ित आतंकवाद पर चर्चा करने के लिए आतंकवाद के अपराधियों के साथ में नहीं बैठते हैं. इसी के साथ विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंकवाद की इंडस्ट्री और बिलावल भुट्टो जरदारी को इसका प्रमोटर, जस्टिफायर और प्रवक्ता बताया था.वहीं, 7 मई को मैसूर में केंद्र सरकार के विदेश नीति से संबंधित एक कार्यक्रम में अपने पाकिस्तानी समकक्ष का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा था, ”अगर मेरे पास एक अच्छा मेहमान है तो मैं एक अच्छा मेजबान हूं।