इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर विभिन्न राज्यों में अलग-अलग स्तर पर बातचीत चल रही है लेकिन बुधवार को गठबंधन के घटक दलों आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बयान इस बात की ओर इशारा करने लगे कि इस चुनावी गठजोड़ में सब ठीक नहीं चल रहा. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अपने-अपने राज्य में कांग्रेस के साथ सीट शेयर न करने की बात कही है. जिसे कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा हैं. हालांकि शाम होते-होते जयपुर के टोंक से कांग्रेस विधायक और छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट (Sachin Pilot) का बयान सामने आया है और उन्होंने यह भरोसा जताया है कि अंत में सभी मुद्दों का समाधान हो जाएगा. सचिन पायलट ने कहा, ”अंत में, इंडिया गठबंधन के सभी साझीदार बैठक कर चर्चा करेंगे, और सभी मुद्दे सुलझ जाएंगे.” ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी रुख साफ करते हुए बुधवार को कहा, ”मैंने कांग्रेस को सीट बंटवारे पर एक प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्होंने इसे शुरू में ही ठुकरा दिया. अब हमारी पार्टी ने बंगाल में अकेले लड़ने का फैसला किया है.” जबकि पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि आप राज्य में सभी 13 सीटें जीतेगी और यहां हमारा कांग्रेस के साथ कुछ नहीं है. मान ने भले ही ऐसा कहा हो लेकिन उनकी पार्टी की ओर से कहा गया है कि गठबंधन पर अंतिम फैसला नहीं हुआ और बैठक में यह तय होगा. इन नेताओं को भी भरोसा, निकल आएगा कोई रास्तादूसरी तरफ, ममता बनर्जी के रुख से न केवल कांग्रेस बल्कि अन्य सहयोगी दलों की भी प्रतिक्रिया आ रही है. शरद पवार के गुट वाली एनसीपी ने कहा कि ममता बनर्जी हमारे साथ है और हमलोग बीजेपी के साथ एकजुट होकर लड़ेंगे. वहीं सचिन पायलट से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस इंडिया गठबंधन का महत्वपूर्ण स्तंभ है. ममता बनर्जी के बिना इंडिया गठबंधन की कल्पना नहीं की जा सकती. इस मसले पर कुछ न कुछ रास्ता निकाला जाएगा।