बिहार में महागठबंधन की सरकार बने हुए लगभग 8 महीने से अधिक हो चुके है।एक तरफ नीतीश सरकार दावा कर रही है की बिहार में अपराधियों पर लगाम लगाया जा चुका है और बिहार में पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ अपना काम कर रही है।लेकिन जो सच्चाई है वह बिहार के जनता के सामने है आए दिन बिहार के किसी न किसी जिले से हत्या और लूट की खबरें निकलकर के सामने आ हीं जाती है।
बिहार में लगातार बढ़ रहे अपराधिक मामले और हत्या को लेकर बीजेपी के तरफ से एक डाटा पेश किया गया है जिसमे नीतीश-तेजस्वी की सरकार बनने के बाद की घटनाएं को बताया गया है।केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने एक डाटा पेश करते हुए बिहार में हुई अपराधिक हत्याएं को लेकर रिपोर्ट जारी किया है।रिपोर्ट के अनुसार पिछले आठ महीने में बिहार में 2000 से अधिक हत्याएं हुईं है।
नित्यानंद राय के अनुसार 9 अगस्त 2022 को नीतिश-तेजस्वी की सरकार बिहार में बनी, तबसे लेकर आज तक 4848 अपराध की घटनाएं बिहार में हुई हैं। इनमे से 2070 हत्याएं, 345 ब्लात्कार, 144 अपहरण तथा 700 हत्या के प्रयास के मामले हुए हैं।नित्यानंद राय के अनुसार हत्या, लूट, दुष्कर्म से बिहार त्रस्त है।अपराधियों की बहार है।…क्योंकि अपराध को पनाह देने वाली बिहार नीतिश-तेजस्वी की सरकार है।बिहार की महागठबंधन सरकार कान में रूई डालकर मौन बैठी है। अपराधी बेखौफ़ वारदातों को अंजाम दे रहे।यह सभी बातें नित्यानंद राय ने महागठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए कही है।