सुप्रीम कोर्ट में आज बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ याचिका पर सुनवाई होनी है।जिसकी सुनवाई करीब 12 बजकर 30 मिनट होगी. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने उमा कृष्णैया की याचिका को सुनते हुए बिहार सरकार से रिकॉर्ड पेश करने को कहा था. उमा कृष्णैया ने रिहाई का आदेश रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि आनंद मोहन को निचली अदालत से मौत की सजा मिली थी, जिसे हाई कोर्ट ने उम्रकैद में मिला।
जेल नियमों में बदलाव कर आनंद मोहन को रिहा कर दिया गया. दरअसल, 4 दिसंबर 1994 को आनंद मोहन सिंह के साथी गैंगस्टर कौशलेंद्र कुमार उर्फ छोटन शुक्ला की हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद उन्मादी भीड़ ने 1985 बैच के आईएएस ऑफिसर और गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया को गाड़ी से निकालकर पीटा और फिर उन्हें गोली मार दी गई. आरोप है कि उन्मादी भीड़ को बरगलाने वाले आनंद मोहन ही थे।