बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने एक बार फिर बड़ा दावा किया है. ललन सिंह के इस्तीफे को लेकर एक तरफ जेडीयू ने यह कारण बताया है कि उन्हें चुनाव लड़ना है. वहीं दूसरी ओर बीजेपी दावा कर रही है कि ललन सिंह लालू के संपर्क में थे और पार्टी के कई विधायकों को उन्होंने तोड़ दिया था. शनिवार (30 दिसंबर) को पत्रकारों से बातचीत में सुशील कुमार मोदी ने कहा कि ललन सिंह ने जेडीयू के 12-13 विधायकों को तोड़ दिया था. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को सीएम बनाना था. इसकी भनक नीतीश कुमार को लग गई.सुशील मोदी ने कहा कि मैंने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि ललन सिंह इस्तीफा देंगे. उन्होंने कहा कि ललन सिंह का हटना खेल की शुरुआत हुई है. अभी बहुत कुछ होना बाकी है।
थोड़ा इंतजार कीजिए. जेडीयू में सब ठीक-ठाक नहीं है. नीतीश कुमार गलतफहमी में हैं कि इंडिया गठबंधन के लोग उन्हें संयोजक बनाएंगे या पीएम का उम्मीदवार बनाएंगे.सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए हमारे दरवाजे बंद हो गए हैं. बीजेपी की सेहत पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है. नीतीश कुमार का जो अतिपिछड़ा वोट है वो पूरी तरह से बीजेपी की ओर खिसक चुका है. नरेंद्र मोदी का चेहरा हमलोग आगे रखकर चुनाव लड़ रहे हैं. हमें पूरा विश्वास है कि बिहार में हम सभी 40 लोकसभा सीट जीतेंगे.बता दें कि दिल्ली में शुक्रवार (29 दिसंबर) को जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई थी. इस बैठक में ललन सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं. इसके पीछे बीजेपी के नेता यह बात लगातार कह रहे हैं कि ललन सिंह की नजदीकी लालू और तेजस्वी से बढ़ गई थी. वो तेजस्वी को सीएम बनाना चाहते थे।