शिक्षक बहाली को लेकर बिहार सरकार की ओर से तैयार की गई नई नियमावली को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के साथ ही इसके खिलाफ विरोध का सिलसिला भी शुरू हो गया है. सरकार के इस फैले के खिलाफ शिक्षक अभ्यर्थी बुधवार को हर जगह नई नियमावली का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरे. पटना में भी शिक्षक अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया. बुधवार को राजधानी पटना के ईको पार्क के गेट नंबर-1 पर सातवें चरण के शिक्षक अभ्यर्थियों (टीईटी) ने जमकर हंगामा किया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने में असफल रहने पर पुलिस अभ्यर्थियों को घसीटते हुए ले गई. इसके पहले भी मंगलवार को आरजेडी कार्यालय के बाहर शिक्षक अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था. हंगामा कर रहे एक शिक्षक अभ्यर्थी ने कहा कि हम लोग पहले ही सभी परीक्षा पास कर चुके हैं. हमें नियुक्ति पत्र चाहिए था तो शिक्षा मंत्री ने नई नियमावली निकाल दी. इसके मुताबिक अब फिर से एक नई परीक्षा होगी. आरोप लगाया कि हम लोगों को सरकार ठगने का काम कर रही है. हम लोग कभी इस नियम को स्वीकार नहीं करेंगे. यही वजह है कि हमें इसका विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आगे भी इसका विरोध करते रहेंगे।
उन लोगों ने कहा कि सरकार को नई नियमावली वापस लेनी होगी और जो लोग शिक्षक अभ्यर्थी परीक्षा पास कर चुके हैं उन्हें नियुक्ति पत्र देना होगा.गौरतलब है कि नई शिक्षक भर्ती नियमावली के कैबिनेट में पास होने के बाद से ही इस पर सूबे में सियासत भी जारी है. बीजेपी के राज्यसभा सांसद और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी इस मामले में सरकार को आड़े हाथों लेते हुए इसे शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ एक भद्दा मजाक करार दिया है. इसके साथ ही उन्होंने सरकार से इसे वापस लेने की भी मांग की है।