महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में मरीजों की मौत का सिलसिला जारी है। मरीजों की मौत पर एक तरफ जहां कोर्ट ने शिंदे सरकार को जमकर फटकार लगाई है तो वहीं विपक्ष भी मुख्यमंत्री पर टूट पड़ा है। उद्धव ठाकरे ने दवाईयों की कमी पर सरकार को जमकर लताड़ा। उन्होंने शिंदे सरकार के भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच की मांग की है।पिछले पांच दिनों में महाराष्ट्र के अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में करीब 40 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही मरीजों की मौत ने राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं पर सवालियां निशान खड़ा कर दिया है। शिवसेना (यूटीबी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, आज राज्य के स्वास्थ्य विभाग की जो हालत है उसे देख कर गुस्सा आ रहा है।

उद्धव ठाकरे ने कहा-‘कोरोना के दौरान इसी राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने अच्छा काम किया था। यहां तक कि हमने दुर्गम इलाकों में ड्रोन से दवाईयां पहुंचाई थी। तब मुझे देश के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्रियों में से एक कहा गया था लेकिन वो सम्मान मेरा नहीं बल्कि इस राज्य के स्वास्थ्य विभाग के हर कर्मचारी की था। लेकिन आज नांदेड, ठाणे, नागपूर सहित कई अस्पतालों में मरीज मर रहे हैं। इन गरीब मरीजों की मौत का जिम्मेदार कौन है? हमें धोखा देने वाले सांसद ने नांदेड के डीन से शौचालय साफ करवाया।’ठाकरे ने आगे कहा, स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार हो रहा है। दवाईयों की खरीदारी के लिए पैसे लिए जा रहें है ऐसी खबरें सुनी जा रही है। बिना टेंडर के दवाईयां खरीदने का काम क्या दलालों के लिए किया जा रहा है। इस सरकार को खोके सरकार कहतें है क्योंकि इनके पास प्रचार करने के लिए पैसे है लेकिन मरीजों के लिए पैसे नहीं है। हम सरकार को एक फुल दो हाफ कहतें है। इस सरकार को जल्द हटाना होगा क्योंकि जनता की जान जा रही है। स्वास्थ्य सेवा के लिए सरकार ने जो टास्क फोर्स बनाया है वह टास्क फोर्स क्या कर रहा है? मुख्यमंत्री कम से कम अपने दोनों स्वास्थ्य मंत्रियों का इस्तीफा लें। ये सरकार अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए हमपर उंगली दिखा रही है। माननीय हाईकोर्ट ने इन्हें फटकार तो लगाई लेकिन अब इनको (सरकार) सबक भी सिखाए वरना से सुधरने वाले नहीं है। महाराष्ट्र में हो रही मरीजों के मुद्दे पर शिंदे सरकार की जांच हो।

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