यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि आज पटना में केवल दल नहीं बल्कि देश के नेता मिल रहे हैं। हमलोग मिलकर देश को बचाएंगे। यही मेरा संदेश है। यह बैठक ऐतिहासिक है। मैं नीतीश कुमार जी को बधाई देता हूं।झारखंड के मुख्यमंत्री ने हेमंत सोरेन ने कहा कि आने वाला चुनाव जनांदोलन बन जाए। कहीं न कहीं आज इस लोकतंत्र में कुछ चीजों पर तेजी से हमला हो रहा है। किसान मजदूर बेरोजगार पढ़े लोगों के बीच की स्थिति आप लोगों को पता है। अनेकता में एकता में दरार पड़ रही है। उस दरार को पाटने के लिए यह हो रहा है। सदियों से शोषित वर्ग को शोषण झेलना पड़ रहा है। विपक्ष दलों को एक मंच पर लाने के लिए मैं सीएम नीतीश कुमार का धन्यवाद देता हूं। यह एक पहली झलक है। हो सकता है कि आने वाले समय में और ज्यादा लोग आ सकते हैं।
विपक्षी दलों का यह जुड़ाव मील का पत्थर साबित होगा। ईमानदार और संकल्पित सोच के साथ लड़ाई जीती जा सकती है।सीपीआई (एम) के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि देश के संविधान की रक्षा करनी होगी। हमें सविंधान की रक्षा करने के लिए साथ आना होगा। देश में धर्मनिरपेक्षता पर हमला हो रहा है। राज्यों में चुनावी तालमेल पर चर्चा होती रहेगी।उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इतने लोग एक साथ जुटे हैं ये कोई मामूली बात नहीं है। नीतीश कुमार को इस कामयाबी का श्रेय जाता है। इतने लोगों इकट्ठा करना बड़ी बात है। मकसद ताकत हासिल करना नहीं, यह सत्ता नहीं बल्कि वसूलों की लड़ाई हैं। इरादों की लड़ाई है। हम देश को मुसीबत से निकालने के लिए मिल चुके हैं। जम्हूरियत का दिन दहाड़े कत्ल किया जा रहा। जम्मू कश्मीर को रियासत का दर्जा मिलना चाहिए। इस तरह की मीटिंग चलती रहे।
हम लोकतंत्र को बचाने के लिए यहां इकठ्ठे हुए हैं। जम्मू कश्मीर में जल्द इलेक्शन होने चाहिए।वहीं जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि नीतीश कुमार की यह बड़ी कामयाबी है। जो जम्मू कश्मीर से शुरू हुआ वह पूरे देश में हो रहा है। ये महात्मा गांधी का मुल्क है, यहां गंगा जमुना तहजीब है। गांधी के मुल्क को गोडसे का मु्ल्क नहीं बनने देंगे। उद्धव कश्मीर से कन्याकुमारी तक के नेता यहां इकठ्ठे हुए हैं हम अलग अलग विचारधारा के हैं। हम देश के लिए एक साथ आए हैं, अगर कोई देश की आत्मा पर आघात करेगा तो हम एक लडेंगे, जो इस देश में तानाशाही लाना चाहते हैं तो उनके खिलाफ हम लड़ेगे।ममता बनर्जी ने कहा कि पटना में 17 दलों की बैठक थी। कई मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री यहां आए। लालू जी बहुत दिनों बाद ऐसी बैठक में आए। बहुत सारे आंदोलन पटना से शुरू हुए। दिल्ली में हम लोगों ने कई बैठकें कीं, इसलिए हमने कहा कि पटना से शुरू करो। तीन बातों पर हल निकला है। पहली बात- हम एक हैं। दूसरी बात- हम मिलकर लड़ेंगे। तीसरी बात- अगली बैठक शिमला में होगी। भाजपा की बदले की राजनीति का हम मिलकर मुकाबला करेंगे। ममता ने कहा कि हमें विपक्ष मत बोलो। हम इस देश के नागरिक हैं, हम भी भारत माता की जय कहते हैं, मणिपुर जलने से हमारा भी दिल जलता है। हमने तय किया है कि भाजपा की तानाशाही और बर्बरता है। वे लोग जो मर्जी में आए, वह करते हैं। कोई कुछ बोले तो ईडी, सीबीआई को पीछे लगा लेते हैं। छुपे रूस्तम की तरह हम लोगों के खिलाफ केस लगा देते हैं। ये लोग बेरोजगारी, आम जनता की चिंता नहीं करते। खून बहेगा, बहने दो, हम जनता की रक्षा करेंगे। अगर आगामी चुनाव में दोबारा तानाशाही सरकार आ गई तो अगली बार तो चुनाव ही नहीं होंगे।