प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें तेज हैं. मंत्रियों की नई सूची कभी भी जारी हो सकती है. आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए कई नए नामों की एंट्री मंत्रिमंडल में हो सकती है, तो कई को छुट्टी देकर पार्टी के काम में लगाया जा सकता है. पिछली बार 2021 में मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ था, तब 43 मंत्रियों ने शपथ ली थी. नए बदलाव में किसकी एंट्री होगी और कौन आउट होगा, इसे लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है. सबसे ज्यादा चर्चा महाराष्ट्र को लेकर है, जहां पर हाल ही में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ है।
मोदी कैबिनेट में होने वाले बदलाव पर भी इसका असर दिखने के संकेत मिल रहे हैं.महाराष्ट्र में एक साल पहले जब एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर बीजेपी ने सरकार बनाई तो सबसे अप्रत्याशित था, देवेंद्र फडणवीस का डिप्टी सीएम का पद स्वीकार करना. उस वक्त कहा गया था कि उन्होंने कुर्बानी दी है, लेकिन अब लगता है उसका इनाम मिलने का समय आ गया है. फडणवीस के दिल्ली जाने की अटकलें तेज हैं. उन्हें मोदी सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है।
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार गठन को एक साल हो चुका है. इसके पहले बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल थी, ऐसे में सरकार गठन के बाद से ही इसे लेकर अटकलें थीं कि शिवसेना को मोदी कैबिनेट में एंट्री मिल सकती है. अब जानकारी सामने आई है कि शिंदे गुट से प्रताप राव जाधव को केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है. इसके साथ ही एक और नाम भावना गवली का भी चर्चा में है. उन्हें भी मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
महाराष्ट्र में हाल में हुए सियासी उलटफेर हुआ है. एनसीपी नेता अजित पवार चाचा शरद पवार से बगावत कर शिंदे सरकार में शामिल हो गए. कहा जा रहा है कि अजित पवार को आश्वासन दिया गया है कि एनसीपी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी. अजित पवार खेमे से प्रफुल्ल पटेल को केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है. प्रफुल्ल पटेल अभी राज्यसभा से सांसद हैं. इसके पहले वे यूपीए सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं. बीते जून महीने में ही प्रफुल्ल पटेल को शरद पवार ने पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था, लेकिन अजित पवार के साथ जाने की वजह से एक दिन पहले 3 जुलाई को पार्टी से निष्कासित कर दिया।