महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर उथल पुथल देखने को मिली है. इसी क्रम में राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और बीजेपी में दरार आने के संकेत मिले हैं. सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है. वो कई मसलों को लेकर नाराज बताए जा रहे हैं.गुरुवार (08 जून) को डोंबिवली में बीजेपी पदाधिकारियों की एक बैठक हुई थी जिसमें शिवसेना का बहिष्कार करने का फैसला लिया गया था. जिससे श्रीकांत शिंदे व्यथित हुए हैं.दरअसल एक महिला से छेड़छाड़ के मामले में बीजेपी के पदाधिकारी नंदू जोशी पर एफआईआर दर्ज की गई है।
इसको लेकर नंदू जोशी और कई कार्यकर्ताओं का आरोप है कि डोंबिवली मानपाडा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करने के पीछे शिवसेना का हाथ है.वहीं, बुधवार को डोंबिवली में राज्य के मंत्री रविंद्र चौहान के नेतृत्व में बीजेपी पदाधिकारियों की बैठक हुई जिसमें शिवसेना को अलग करने का फैसला लिया गया. इसके अलावा दूसरा कारण ये भी बताया जा रहा है कि बीजेपी ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव की 48 सीटों के लिए प्रभारियों के नाम का ऐलान किया है.महाराष्ट्र में बीजेपी ने गुरुवार (08 जून) को राज्य की 48 लोकसभा सीटों और 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव प्रमुखों की घोषणा की।
इसको लेकर प्रदेश में बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ गठबंधन में उनके और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा.उन्होंने ये भी कहा कि जिन सीटों पर शिवसेना चुनाव लड़ेगी, वहां बीजेपी चुनाव प्रमुख शिवसेना उम्मीदवार की विजय सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह 10 जून को मध्य महाराष्ट्र के नांदेड़ में एक रैली को संबोधित करेंगे और पार्टी राज्य में मोदी की रैली की भी योजना बना रही है।