बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि 800 साल में जिस सनातन धर्म को मुगल शासक तलवार के जोर से और अंग्रेज तोप-तालीम की दोहरी ताकत से नहीं मिटा सके, उसे मिटाने में भ्रष्ट और वंशवादी दलों का गठबंधन कभी सफल नहीं होगा।सुशील मोदी ने कहा कि सनातन धर्म तो सदियों से है और रहेगा, लेकिन इसे मिटाने की मंशा रखने वाले दल 2024 के बाद अवश्य मिट्टी में मिल जाएंगे। विपक्षी गठबंधन में शामिल द्रमुक-नेता उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म विरोधी बयान के 48 घंटे बाद भी राहुल गांधी, लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने इस पर चुप्पी क्यों नहीं तोड़ी? उन्होंने कहा कि क्या उदयगिरि के बयान पर बड़े नेताओं की चुप्पी सनातन धर्म को मिटाने के विपक्ष के अघोषित कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का मौन समर्थन है?
उदयगिरि के बाद कर्नाटक के विधायक और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खडगे ने भी हिंदू धर्म को निशाना बनाते हुए टिप्पणी की है। ऐसे बयान एक धर्म के विरुद्ध असहिष्णुता और हेट-स्पीच है, इसलिए इस पर न्यायपालिका को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।उन्होंने कहा कि जनेऊधारी राहुल गांधी ने जो “मोहब्बत की दुकान” खोली है, उसमें हिंदुओं के लिए केवल नफरत मिलती है। सावन में मटन खाने वाले लालू प्रसाद अब सिद्धि विनायक मंदिर जाएं या बाबा हरिहरनाथ पर जल चढाएं, उन्हें उनके राजनीतिक पापों की सजा अगले चुनाव में मिलेगी। राजद नये संसद भवन का मुंह नहीं देख पाएगा।