बिहार सरकार द्वारा हिंदुओं के साथ भेदभाव करने के सवाल पर शनिवार को बीजेपी नेताओं ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात कर आपत्ति दर्ज कराई। बेगूसराय सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और सांसद रामकृपाल यादव समेत अन्य नेताओं ने बिहार सरकार पर तुष्टिकरण की नीति अपनाने का आरोप लगाया है। राज्यपाल से मुलाकात के बाद गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार पर जोरदार हमला बोला।गिरिराज सिंह ने कहा है कि बिहार की सरकार हिंदुओं के साथ भेदभाव कर रही है। बेगूसराय में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शिवलिंग को तोड़ा और चार दर्जन हिंदुओं का फंसाकर जेल भेज दिया गया। दुर्गापूजा को लेकर सरकार ने तुगलकी फरमान जारी किया है। दुर्गापूजा के दौरान शिक्षकों का आवासीय प्रशिक्षण कराया जा रहा है जबकि शुक्रवार रहता तो छुट्टी दे देते।
मुसलमानों का त्योहार होता है तो बिहार की सरकार छुट्टी दे देती लेकिन हिंदुओं तो तबाह और बर्बाद किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि बेगूसराय में लव जिहाद के मामले जोरों पर हैं। पीएफआई पर भले ही बैन लग गया हो लेकिन लालू और नीतीश कुमार के संरक्षण में पीएफआई हर जिले में अपनी ताकत बढ़ा रहा है। बिहार में कट्टरपंथी और तुगलकी सरकार चल रही है। सराकर का एक ही मकसद है मुसलमानों को वोट लो और हिंदुओं को जाति में बांट दो। गिरिराज ने हिंदू समाज के लोगों से अपील की है कि वे एकजुट होकर अपनी रक्षा के लिए खुद आवाज उठाएं।वहीं किशनगंज में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में जुलूस निकालने और इजरायल के झंडा को जलाने के सवाल पर गिरिराज ने कहा कि यहां की महागठबंधन की सरकार आतंकवादियों के साथ खड़ी है तो अगर पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज में अगर मुस्लिम समाज के लोग झंडा जला रहे हैं तो इसकी जिम्मेदारी नीतीश तेजस्वी की तुगलकी सरकार की है।