महाराष्ट्र में एक ओर जहां मराठा आरक्षण की मांग तेजी से बढ़ती नजर आ रही हैं. वहीं अब केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने इसे लेकर बड़ी बात कह दी है. रामदास अठावले का कहना है कि मराठा को मिलने वाले आरक्षण से एससी, एसटी, ओबीसी के कोटा को नुकसान नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने गुणरत्न सदावर्ते को मराठा आरक्षण का विरोध नहीं करने की सलाह दी है.दरअसल महाराष्ट्र में इन दिनों मनोज जरांगे पाटील की अगुवाई में मराठा समुदाय आरक्षण की मांग को तेज कर रहा है. इस बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने मराठा आरक्षण का समर्थन किया है और उनका कहना है कि एससी, एसटी और ओबीसी के कोटा को नुकसान पहुंचाए बिना मराठा समुदाय को आरक्षण मिलना चाहिए।
इस दौरान उन्होंने मराठा आरक्षण का विरोध कर रहे वकील गुणरत्न सदावर्ते को मराठा आरक्षण का विरोध नहीं करने की सलाह भी दी.मराठा आरक्षण का विरोध न रहें गुणरत्न सदावर्तेकेंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने शुक्रवार को कहा कि वकील गुणरत्न सदावर्ते को मराठा आरक्षण का विरोध नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका मतलब यह नहीं है कि मराठा समाज में सभी को आरक्षण मिलेगा. इसके साथ ही उन्होंने अपील की है कि मराठा समुदाय को मिलने वाला आरक्षण एससी, एसटी और ओबीसी के कोटा को नुकसान पहुंचाए बिना मिलना चाहिए.मनोज जारांगे पाटिल ने शुरू की भूख हड़ताल बता दें कि मराठा आरक्षण का विरोध कर रहे वकील गुणरत्न सदरवर्ते की कार पर हमले के मामले में तीन लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था, जिन्हें बाद में मझगांव मजिस्ट्रेट अदालत ने जमानत दे दी थी. वहीं दूसरी ओर मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल की ओर से राज्य सरकार को आरक्षण की घोषणा के लिए दी गई 40 दिनों की कथित समय सीमा समाप्त होने के बाद जालना में भूख हड़ताल शुरू कर दी गई है।