देश में आगामी साल लोकसभा का चुनाव होना है। इसको लेकर बिहार में भी भाजपा अपना कुनबा बढ़ाने में जुटी है। भाजपा पार्टी उन नेताओं को अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है, जो इन दिनों अपनी सियासी जमीन तलाश रहे हैं। इसी कड़ी में अब पिछले दिनों भाजपा नेता और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर वापस लौट राजगीर में राजनीति शिविर आयोजित करने वाली पार्टी रालोजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि, वो जल्द ही भाजपा के साथ गठबंधन करेंगे। लेकिन, इस बार उनकी पार्टी का विलय नहीं होगी।
दरअसल, राजधानी पटना में एक पत्रकार वार्ता के दौरान सवालों का जवाब देते हुए कुशवाहा ने कहा कि, उनका गठबंधन जल्द होगा। रही बात देरी की तो आमलोगों के हिसाब से तारीख नहीं तय हो सकती है न। इसलिए बीजेपी से कब गठबंधन करेंगे, जल्द क्यों नहीं कर रहे हैं। इन सवालों का कोई जवाब होता है क्या। जब करना होगा गठबंधन तो समय तय कर लेंगे। अभी थोड़ा तय कर लेने दिगिए की किसके साथ गठबंधन करेंगे। इसके आलावा उन्होंने कहा कि, नीतीश कुमार को बिहार को कहां ले जाना था ओर आज वो इसे कहां ले जा आ रहे है , यह बातें किसी से भी छुपी हुई नहीं है। लेकिन, उनका यही हाल रहा तो यह सभी के लिए चिंता का विषय है।
वो लोकसभा में विपक्ष का साझा उम्मीदवार देने का दावा कर रहे हैं लेकिन बैठक के बाद सभी विरोधी दल अपने – अपने राज्यों में जाकर एक – दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे तो फिर यह किस तरह की विपक्षी एकता है। कुशवाहा ने कहा कि, बिहार के मुख्यमंत्री को अब यहां मन नहीं लगा रहा है। यही वजह है कि वो इधर – उधर घूम रहे हैं। उन्होंने पहले ही कह दिया है कि, हमको इस काम में मन नहीं लग रहा है। इससे यह साबित हो गया है की अब नीतीश कुमार को बिहार कि सता चलाने में मन नहीं लग रहा है। उन्हें यह मालूम है कि उनसे जल्द ही उनकी कुर्सी छीन ली जाएगी।