देश की राजनीति में सोमवार और मंगलवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण है। जहां 25 दलों के साथ विपक्षी एकता की बैठक आज से बेंगलुरु में होनेवाली है। वहीं दूसरी तरफ एनडीए की बैठक मंगलवार को दिल्ली में बुलाई गई है। जिसमें 19 दलों को निमंत्रण दिया गया है। इन 19 पार्टियों में एक पार्टी उपेंद्र कुशवाहा की रालोजद भी है। बैठक में शामिल होने से पहले उपेंद्र कुशवाहा ने पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री को पहलवान बताते हुए कहा कि इतने बड़े पहलवान हैं कि उनके सामने विपक्ष से कोई खड़ा होने की स्थिति में भी नहीं है। कोई उनके कद का होता तो कहते मुकाबला है। उपेंद्र कुशवाहा का इशारा आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर था।
लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी की सरकार की वापसी की बात कहते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने विपक्षी एकता की बैठक पर भी करारा हमला करते हुए कहा कि उनकी एकता सिर्फ बैठक तक ही सीमित है। बैठक खत्म होने के बाद सभी एक दूसरे के खिलाफ बोलते नजर आता हैं। उनके पास जनता के पास रखने के लिए कोई एजेंडा नहीं है। सिर्फ एक ही लक्ष्य है कि मोदी को सत्ता से हटाना है। सिर्फ सत्ता के लिए वह साथ आने का दावा करते हैं।इस दौरान जब उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए में शामिल होने की बात को लेकर पूछा गया तो उनका कहना था कुछ बातें मीडिया में नहीं करना ही ज्यादा बेहतर होता है।नीतीश कुमार विपक्षी एकता के संयोजक बनाए जाने की चर्चा के बीच सोनिया गांधी की इंट्री को लेकर उपेंद्र कुशवाहा का कहना था कि यह मीडिया में ही चर्चा थी, जबकि पिछली बैठक में ही लालू प्रसाद ने साफ कर दिया था कि दूल्हा राहुल गांधी हैं और बाकी लोग बारात।