बिहार में शिक्षा विभाग के मंत्री और विभागीय सचिव के बीच मचे घमासान को लेकर सियासत तेज हो गई है। विरोधी दल इसको लेकिन सरकार पर हमलावर बने हुए हैं और लगातार आरोप लगा रहे हैं कि मंत्री और अफसर की लड़ाई में बिहार की शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रही है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच छिड़े संग्राम पर आरएलजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री से तीखा सवाल किया है।बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की तरफ से उनके आप्त सचिव ने शिक्षा विभाग के अपर सचिव केके पाठक के कामकाज पर सवाल उठाते हुए पीत पत्र लिखा था। पीत पत्र का जवाब देते हुए केके पाठक ने चंद्रशेखर के आप्त सचिव पर ही सवाल उठा दिया और शिक्षा विभाग में उनकी एंट्री बैन कर दी। शिक्षा विभाग में मचे घमासान को लेकर सरकार की खूब फजीहत हो रही है और विपक्षी दल इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश में जुट गए हैं।
राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर लिखा कि, “माननीय मुख्यमंत्री जी, आपका शिक्षा विभाग है या कव्वाली का अखाड़ा ?, जहां एक सनकी मंत्री और एक महासनकी अधिकारी के बीच भिड़ंत चल रहा है…! अधिकारी ऐसा जो आप ही की तरह अपने को आपके बाद दुनिया का सबसे अधिक ज्ञानी समझता है और मां. मंत्री जी के बारे में तो कहना ही क्या..! शिक्षा मंत्री के काम के अतिरिक्त बाकी सभी काम करने में दक्षता हासिल है उनको। संभालिए सर, अन्यथा आने वाली पीढ़ी कोसेगी।“बता दें कि मंत्री और विभागीय अपर मुख्य सचिव के बीच छिड़े घमासाम को लेकर सरकार की हुई फजीहत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक्शन में आए और उन्होंने चंद्रशेखर और केके पाठक को बुलाकर जमकर लताड़ लगाई है। सीएम आवास में नीतीश ने दोनों के साथ आपात बैठक की और तुरंत विवाद को खत्म करने को कहा है। इस बैठक में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरीऔरमंत्री बीजेंद्र प्रसाद यादव भी मौजूद रहे।