इस सप्ताह भारत जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है। देश के लिए यह बड़ा अवसर होगा क्योंकि इसमें अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन सहित 19 देशों के नेता शामिल होंगे, जो इस समूह का हिस्सा है। इससे पहले, राष्ट्रीय राजधानी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। वहीं, आज अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत पहुंचेंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने उनके दौरे के बारे में जानकारी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जी-20 शिखर सम्मेलन में जिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, उनमें विकासशील देशों के लिए काम करना, जलवायु, प्रौद्योगिकी जैसे विषयों पर प्रगति करना और बहुपक्षीय विकास बैंकों को नया आकार देना शामिल हैं। व्हाइट हाउस ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में समूह इन विषयों पर प्रगति करने में सक्षम होगा।व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भारत की जी20 अध्यक्षता की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि हम इस साल जी20 पर उनके नेतृत्व के लिए पीएम मोदी की सराहना करते हैं और हम यह सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि भारत जी20 की सफलतापूर्वक मेजबानी कर सके। हम निश्चित रूप से प्रधानमंत्री मोदी के साथ कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगें।
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा, शिखर सम्मेलन में अमेरिका का मुख्य ध्यान बहुपक्षीय विकास बैंकों, विशेष रूप से विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) को मौलिक रूप से नया आकार देने और उसे आगे बढ़ाने के एजेंडे पर काम करना है। उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि ये संस्थान विकासशील देशों में पारदर्शी और उच्च गुणवत्ता वाले निवेश जुटाने के लिए हमारे पास मौजूद सबसे प्रभावी उपकरणों में से हैं। यही कारण है कि अमेरिका ने इन संस्थानों को विकसित करने के लिए वर्तमान में जारी प्रयासों का समर्थन किया है ताकि वे वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहें।राष्ट्रपति बाइडन आज जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए नई दिल्ली आयेंगे। वह शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे और शनिवार और रविवार को राष्ट्रपति जी-20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्र में शामिल होंगे।