बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की आड़ में नीतीश सरकार ने दो दर्जन उस तरह के कुख्यात अपराधियों को जेल से रिहा कर दिया है, जो कभी जंगलराज में पुरोधा बनकर लालू प्रसाद का राज चलाते थे। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने आनंद मोहन की रिहाई पर नीतीश सरकार को घेरा।विजय कुमार सिंह ने कहा कि पहले साल 2016 में कानून बनाकर उन्हें जेल में रहने को बाध्य किया गया और अब उन्हें मोहरा बनाकर शोषितों, गरीबों व अपनी जाति के लोगों की हत्या करने वाले कुख्यात अपराधियों को जेल से बाहर किया जा रहा है।
अब एक बार फिर गरीब जनता को जंगलराज जैसे कत्लेआम का डर सता रहा है। उन्होंने कहा कि यदि सहानुभूति ही है तो शराब मामलों में जेल जा चुके चार लाख व मुकदमों का बोझ ढो रहे सात लाख गरीब लोगों को राहत दी जानी चाहिए।विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि भाजपा हमेशा से अपराध व भ्रष्टाचार के खिलाफ रही है। हम उन परिवारों से मिलकर आ रहे हैं, जिन पर कोई मुकदमा नहीं होने के बावजूद सरकार के निर्देश पर प्रशासन ने उन्हें अपमानित करते हुए जेल भेजा। दूसरी ओर जिनके घर में बम मिले, उन्हें बचाया जा रहा है। रामनवमी हिंसा के वक्त सपुल्लहगंज, कादिरगंज आदि जिन मोहल्लों में बम मिले हैं, वहां एनआईए से जांच कराने की बजाय उसे सुतली बम बताया जा रहा है।उन्होंने कहा कि जिस दिन भाजपा की सरकार बनेगी, उस दिन उन निर्दोष लोगों को जेल से निकालकर सम्मानित किया जाएगा।
जिन्होंने नीतीश सरकार ने जबरन जेल में ठूंस रखा है। सही लोगों को परेशान करने वाले भ्रष्ट पदाधिकारियों को जांच कराकर जेल भेजा जाएगा, जो व्यक्ति ईमानदारी के साथ न्याय न दे सके, जो तुष्टीकरण की राजनीति के तहत वोट के लिए बहुसंख्यक समाज को अपमानित करे, वो सत्ता के योग्य नहीं है।विजय कुमार सिन्हा ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश ने जनादेश का अपमान कर चोर दरवाजे से जिनके साथ गलबहियां की है, वो वोट के लिए राज्य में धार्मिक व जातीय उन्माद पैदा कर रहे हैं। नीतीश कुमार आज उनके सामने नतमस्तक हो गए हैं। बिहार की इस बर्बादी का नायक बनने के लिए जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। आगे कहा कि यदि निर्दोष लोगों पर अत्याचार बंद नहीं हुआ तो भाजपा 30 अप्रैल के बाद व्यापक आंदोलन चलाएगी।