महाराष्ट्र में एनसीपी के वरिष्ठ नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार की बगावत के बाद से ही राजनीतिक संग्राम छिड़ा हुआ है. इन सबके बीच अब प्रफुल्ल पटेल ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की है. उन्होंने कहा, “शरद पवार मेरे आदरणीय नेता हैं. मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है.”प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “जयंत पाटिल का चुनाव संविधान के हिसाब से होना चाहिए. शरद पवार मेरे आदरणीय नेता हैं. शरद पवार से बहुत कुछ सीखा है. विपक्ष आज के समय में बिखरा हुआ है, चाहे बिहार की बात हो. देश को एक मजबूत सरकार चाहिए. इतिहास गवाह है इमरेंसी के बाद सरकार ज्यादा दिन नहीं चल पाई. पहले की कांग्रेस और आज की कांग्रेस में बहुत अंतर है.”जयंत पाटिल को अध्यक्ष पद से हटाए जाने वाले सवाल पर प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि उनका चुनाव संविधान के मुताबिक होना चाहिए, जो हर तीन साल में होता है।
महाराष्ट्र में चुनाव की प्रक्रिया की पूरी नहीं हुई. जब उन्हें पांच से पहले नियुक्त किया गया था और समय खत्म हो गया था तो पद खाली नहीं छोड़ सकते थे इसलिए उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था लेकिन अब हम लगता है कि पार्टी का एक एक्टिव और अच्छा अध्यक्ष होना चाहिए.हाल ही में अजित पवार ने एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष बनने की इच्छा जाहिर की थी. इसपर जब प्रफुल्ल पटेल से सवाल किया गया कि अजित को यह पद क्यों नहीं दिया गया तो उन्होंने कहा, “अब वह उपमुख्यमंत्री बन गए हैं. पार्टी को अभी व्यापक तौर से नए जोश के साथ काम करना है इसलिए पार्टी में अगर सभी के पास कुछ न कुछ जिम्मेदारियां होंगी तो काम बेहतर तरीके से होगा.”जब प्रफुल्ल पटेल से शरद पवार को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “शरद पवार मेरे आदरणीय नेता रहे हैं और भविष्य में भी रहेंगे. उनके प्रति मेरे मन में सम्मान या भावना में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ है.” उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ फैसले होते हैं और यह फैसले बड़ी प्रक्रिया से होते हैं. महाराष्ट्र सरकार के साथ आने से जनता और पार्टी दोनों का भला ही होगा.”पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह से आज देश की भलाई के लिए फैसले ले रहे हैं. लोकहित में निर्णय ले रहे हैं, पूरे विश्व में भारत की छवि उभरकर आई है. इसके अलावा उन्होंने विपक्षी एकता पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्ष इस वक्त पूरी तरह से बिखरा हुआ है. एनसीपी चीफ शरद पवार ने सोमवार (3 जुलाई) को ट्वीट कर कहा, “मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल के नाम एनसीपी पार्टी के सदस्यों की लिस्ट से हटाने का आदेश देता हूं।